पेशाब करते समय दर्द में जलन होने के कारण और उपाय

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छोटा बच्चा हो या जवान आदमी या बुद्ध व्यक्ति, पुरुषों चाहे महिला पेशाब करते समय कभी-कभार जलन में दर्द होना आम बात होती है लेकिन कई बार यह महिला पुरुष में जब भी पेशाब करते हैं तब तक जलन या दर्द महसूस होता है ऐसे में इसकी कई कारण हो सकते हैं या यह किसी संक्रमण से भी हो सकता है और इसे मेडिकल लाइन डिश यूरिया कहते हैं।

पेशाब करते समय मूत्र मार्ग में यह सीजन में जलन या दर्द होना कोई बीमारी नहीं है मंत्र किसी बीमारी के लक्षण है जो धीरे-धीरे आगे जाकर रोग बन सकता है। मूत्र मार्ग में सूजन आने की वजह से ऐसा होता है जिसकी वजह से जलन में दर्द महसूस होता है।

              

 ✴️✴️  मूत्र मार्ग में जलन में दर्द के प्रमुख कारण ✴️✴️

👉मूत्र मार्ग में सूजन आना

👉किडनी की बीमारी की वजह से

👉मधुमेह रोग से संक्रमित व्यक्ति को

👉मूत्र मार्ग में संक्रमण से

👉किसी प्रकार की दवा के प्रयोग से 

👉लिवर में खराबी होना से

👉योनि या शीशन में किसी प्रकार का संक्रमण 

👉यौन संबंध से संक्रमण का विस्तार 

👉किसी प्रकार की रेडिएशन से

👉जनन अंग पर किसी प्रकार का पदार्थ लगाने से 

👉लंबे समय तक हस्तमैथुन करने की वजह से 

👉जननांग ऊपर चोट लगने की वजह से 

👉लंबे समय तक एक जगह पर बैठे रहने से

👉पेशाब नली में किसी प्रकार का इन्फेक्शन होने की वजह से

👉टेपोन के नियमित रूप से प्रयोग से

         

    ✴️✴️ मूत्र मार्ग में दर्द /रोग के प्रमुख लक्षण ✴️✴️

👉मूत्र मार्ग में दर्द दिया जलना के अन्य लक्षण

👉पेशाब में खून आना 

👉पेशाब में गंदगी आना 

👉पेशाब में बहुत ज्यादा बदबू आना 

👉जांघों के बीच दर्द बना रहना 

👉शरीर में झनझनाहट रहना 

👉पीठ में दर्द रहना 

👉शिशन या योनि में 

👉खुजली रहना 

👉दस्त लगना 

👉बार-बार पेशाब लगना 

👉सेक्स करते समय दर्द होना

     ✴️मूत्र मार्ग में जलन कम करने के घरेलू उपाय ✴️

👍इलायची कैसे उनसे इलायची इलायची जो चाय बनाने के या खुशबू के लिए भी काम नहीं आती इसके कई प्राकृतिक रूप से भी प्रयोग होते हैं उनके लगातार 7 से मूत्र मार्ग में होने वाली जलन विद्युत को काम किया जा सकता है क्योंकि यह किडनी के कार्य को सुचारू रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है।

👍लॉन्ग का प्रयोग लॉन्ग एवं गुणकारी घर में पाए जाने वाली वस्तु होती है इसके तेल का प्रयोग करके कई शारीरिक बीमारियों को दूर किया जा सकता है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल गन बहुत मात्रा में पाए जाते हैं जो की विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया वायरस इत्यादि को पनपन से रुकती है और इसका सेवन करने से लगभग 10 से 15 दिनों मे आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे

👍पानी का सेवन कई बार यह देखा गया है की पानी की अधिक मात्रा सेवन करने से ज्यादा पेशाब लगती है जिसकी वजह से मूत्र मार्ग में होने वाली जलन में दर्द को काफी हद तक काम किया जा सकता है।

👍नींबू रस के सेवन से नियमित रूप से हमेशा सुबह-सुबह खाली पेट एक गिलास पानी और नींबू के रस का चित्र मिश्रण करके पीने से पेशाब करने के दौरान होने वाली जलन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

👍शहर का प्रयोग शहर के सेवन से कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है जिसमें आप एक चम्मच शहद और नींबू रस डालकर उसका मिश्रण पीने पर आपको मूत्र मार्ग से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

👍पेशाब करते समय होने वाले जलन को कम करने के लिए इस महिला या पुरुष को यह ध्यान रखना चाहिए कि अपने जनन अंगों पर ठंडा पानी या बर्फ का प्रयोग ना करें क्योंकि यह लक्षण त्वचा के नहीं नहीं है इसलिए यह तरीका काम नहीं आएगा।

👍अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें

👍सोते समय या यौन संबंध के बाद पेशाब करें

👍यौन संबंध की बाद जनन अंगों की साफ सफाई बनाए रखेंट

👍असुरक्षित यौन संबंधों से बचें

👍मूत्राशय में लंबे समय तक मूत्र मूत्र को मूत्राशय में इकट्ठा ना करें समय-समय पर पेशाब करते रहें

👍अपने अंडर गारमेंट्स टाइट ना रखें

👍चटकीले भोजन का काम सेवन करें

👍कम मिर्ची वाले भोजन का सेवन करें

👍शराब और धूम्रपान कम करें

                          🌟🌟🌟🌟🌟🌟

Be it a small child or a young man or an elderly person, it is common for men and women to sometimes experience burning pain while urinating, but many times men feel burning or pain whenever they urinate, in such a situation it is There can be many reasons or it can also be caused by some infection and it is called medical line dish urea.

 Burning sensation or pain in the urinary tract while urinating is not a disease, it is a symptom of some disease which can gradually develop into a disease.

            👉👉👉👉Reason👈👈👈👈

✴️urinary tract inflammation

✴️due to kidney disease

✴️a person infected with diabetes

✴️from urinary tract infection

✴️using any kind of medicine

✴️due to liver failure

✴️any type of vaginal or penile infection

✴️spread of infection through sexual contact

✴️from any kind of radiation

✴️ By applying any kind of substance on the genital organ

✴️ due to prolonged masturbation

✴️ due to injury to the genitals

✴️sitting in one place for a long time

✴️Due to some kind of infection in the urinary tract

✴️With regular use of tapon

👉👉Home remedies to reduce burning sensation in urinary tract

 🔴How to use cardamom Cardamom is not used for making tea or for fragrance, it also has many natural uses. By consuming it continuously, the burning sensation in urinary tract can be treated because it helps in smooth functioning of kidney. It is very important to keep.

🔴 Use of clove: Clove is a useful and useful item found in the house. Many physical diseases can be cured by using its oil because antibacterial guns are found in abundance in it, which prevent various types of bacteria, viruses etc. from growing. And by consuming it you will get good results in about 10 to 15 days.

 🔴Consumption of water: Many times it has been observed that consuming more amount of water leads to more urination, due to which the pain in burning sensation in urinary tract can be reduced to a great extent.


🔴 By consuming lemon juice regularly in the morning on an empty stomach, one can get rid of the problem of burning sensation while urinating by mixing a glass of water and lemon juice.

 🔴By consuming Shahar, many types of physical problems can be got rid of, by adding one spoon of honey and lemon juice and drinking the mixture, you can get rid of problems related to urinary tract.

👉drink plenty of fluids

👉urinate while sleeping or after sex

👉Maintain cleanliness of genital organs after sex.

👉avoid unprotected sex

👉Do not collect urine in the bladder for a long time. Keep urinating from time to time.

👉Do not keep your undergarments tight

👉eat spicy food

👉eat less spicy food

👉reduce alcohol and smoking


लेप्रोसी (कुष्ठ) रोग

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 दुनिया में वर्ल्ड लेप्रोसिटी साल के पहले महीने के चौथे रविवार को मनाया जाता है लेकिन भारत में यह मुख्य रूप से 30 जनवरी यानी की महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

लेप्रोसी या कुष्ठ रोग एक संक्रामक रोग होता है जो की इसके द्वारा पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। यह मुख्य रूप से त्वचा संबंधित रोग होता है जो हमारी त्वचा पर विभिन्न प्रकार के हानिकारक नीरा रासायनिक परिवर्तन के कारण त्वचा के सेल्स को मार देता है जिसे हमारी त्वचा में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

लेप्रोसी या कुष्ठ रोग जो मुख्य रूप से हमारे परिधिय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है जिसमें मुख्य रूप से हमारी त्वचा मस्तिष्क तथा रीड की हड्डी के जो मुख्य रूप से बाहर की नसों को हानि पहुंचती है।

कुष्ठ रोग अर्ली पड़ोसी रोग जो दुनिया में सबसे सबसे पुरानी बीमारी मानी जाती है जिसे कोड भी कहते हैं इसके बारे में अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग भ्रांतियां कहानी फैली हुई है जिसमें कोड से पीड़ित व्यक्ति को श्रापित व्यक्ति माना जाता है और उसे एक कलंक के रूप में देखा जाता है और कहीं-कहीं तो अभी भी इस भ्रांति से लोग पीड़ित है कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति के पास लोग देखना वह चुन तक नहीं चाहते हैं क्योंकि इनके पीछे कई भ्रांतियां फैली हुई है।

         🔴   लेप्रोसी या कुष्ठ रोग के मुख्य लक्षण   🔴

✴️त्वचा पर किसी प्रकार का स्पर्श महसूस ना होना 

✴️आंखों का कमजोर होना यापलकों को जल्दी-जल्दी             जपकाना 

✴️बालों का झड़ना 

✴️चेहरे का रूप या चमक खत्म होना 

✴️चमड़ी मोटी हो जाना

✴️चमड़ी पर हल्के-हल्के दाने होना

✴️उंगलियों का सुन हो जाना 

✴️त्वचा पर लगे घाव पर जल्दी ठीक ना होना 

✴️मांसपेशियों का कमजोर होना

✴️हाथ पैरों में झनझनाहट 

✴️हाथों में जलन होना

✴️बॉडी पर हल्के-हल्के दानेदार कीले होना 

          🔴     कुष्ठ रोग फैलने का मुख्य करण    🔴

✴️👍लेप्रोसी या कुष्ठ रोग प्रमुख रूप से संक्रामक बीमारी या रोग है जो की कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैल सकता है फैलने का मुख्य कारण माइक्रो बैक्टीरिया लेपुरी नामक वायरस होता है जो कि संक्रमित व्यक्ति में पाया जाता है जब भी कोई संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो यह माइक्रो बैक्टीरिया नामक वायरस उसमें चला जाता है और वह भी इसका शिकारी हो जाता है।

✴️👍यह कुष्ठ रोग से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह माइक्रो बैक्टीरिया हवा में चले जाते हैं और किसी सर्च व्यक्ति द्वारा स्वास्थ्य लेने पर उसे व्यक्ति के ना किया मुंह के द्वारा उसके शरीर में प्रवेश कर देता है और वह भी इसका शिकारी हो जाता है।

✴️👍लेप्रोसी रोगी से संक्रमित रोगी के सम्मान के प्रयोग से यह जल्दी फैलता है इसलिए उनका नियमित रूप से साफ-सफाई और धोए।

✴️👍 कुष्ठ यह लेप्रोसी रोग गर्भधारण की वह महिला से उसके बच्चों में नही फैलता है।

✴️👍 और यह किसी से शारीरिक संबंध बनाने पर भी नहीं फैलता।

✴️👍 संक्रमित योगी का भीड़भाड़ वाले इलाके में घूमने

✴️👍 कुपोषित व्यक्ति को जल्दी लगता है

✴️👍  काफी दिनों तक एक ही बिस्तर का प्रयोग करने से यह लंबे समय तक अपने बिस्तरों की साफ सफाई नहीं करने से।

                   🔴   कुष्ठ रोग के बचाव के उपाय  🔴

✴️👍लेप्रोसी या कुष्ठ रोग से ग्रसित व्यक्ति को उपचार के लिए एंटीबायोटिक दी जाती है जो की त्वचा के शेर उसको रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं और इस रोग का उपचार मुख्य रूप से 5-6 महीने तक चलता है।

✴️👍मल्टी ड्रग थेरेपी लेप्रोसी कुष्ठ रोग से ग्रसित व्यक्ति के लिए एक सामान्य बचाव का उपाय होता है जिसे हम शॉर्ट में MDT भी कहते है।

✴️👍कुष्ठ रोग से संक्रमित व्यक्ति को थैलिडोमाइड की भी परामर्श दिया जाता है जो कुष्ठ रोग के कारण या लेप्रोसी के कारण रोगी की त्वचा पर कोई गांठों को काम करने में मदद करता है या मुख्य रूप से गांठों के इलाज करता है।

✴️👍लेप्रोसी या कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति से उचित दूरी बनाए रखें

✴️👍संक्रमित व्यक्ति के आसपास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें रखें।

✴️👍BCG का टीका लेप्रोसी रोग से संक्रमित व्यक्ति को उचित समय पर बीसीजी का टीका जरूर लगाए जिससे कुछ हद तक इस पर नियंत्रण किया जा सकता है।

✴️👍 एंटीबायोटिक के सेवन से यह देखा गया की एंटीबायोटिक सेवन से लेप्रोसी रोग में काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन एंटीबायोटिक का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार परामर्श जरूर लें क्योंकि एंटीबायोटिक कभी-कभी शरीर के लिए घातक सिद्ध भी हो सकती है।

                         🌟🌟🌟🌟🌟🌟

In the world, World Leprosy is celebrated on the fourth Sunday of the first month of the year but in India it is celebrated with great pomp mainly on 30 January i.e. the death anniversary of Mahatma Gandhi.

 Leprosy or leprosy is an infectious disease which spreads through contact with a person suffering from it. It is mainly a skin related disease which kills the skin cells due to various types of harmful chemical changes on our skin due to which we have to face many types of problems in our skin.

 Leprosy or leprosy is a disease that mainly affects our peripheral nervous system, which mainly involves damage to our skin, brain and spinal cord, which mainly damages the external nerves.

 Leprosy is an early neighboring disease which is considered to be the oldest disease in the world, which is also called code. There are different misconceptions about it in different parts of the story. In which a person suffering from code is considered a cursed person and he is considered a cursed person. It is seen as a stigma and at some places people are still suffering from this misconception. People do not even want to see a person suffering from leprosy because there are many misconceptions behind them.

        🔴 Main symptoms of leprosy 🔴

✴️No feeling of any kind of touch on the skin

✴️Weakness of eyes or blinking of eyelids frequently

✴️Hair fall

✴️Loss of facial appearance or glow

✴️Skin becomes thick

✴️ Mild rashes on the skin

✴️Fingers becoming numb

✴️Inability to heal skin wounds quickly

✴️Weakness of muscles

✴️Tingling in hands and feet

✴️Burning sensation in hands

✴️Having light granular pimples on the body

 🔴    The main reason for the spread of leprosy   🔴

 ✴️👍Leprosy or leprosy is a mainly infectious disease or disease which can spread even by coming in contact with a person suffering from leprosy. The main reason for spreading is a virus called micro bacteria lepuri which is found in the infected person when When someone comes in contact with an infected person, this virus called micro bacteria enters him and he also becomes its predator.

✴️👍This micro bacteria goes into the air when a person infected with leprosy coughs or sneezes and when a person takes health, it enters the body through the mouth of that person and he too becomes its predator. goes.

✴️👍It spreads quickly by using the clothes of a person infected with leprosy, so clean and wash them regularly.

✴️👍 Leprosy: This leprosy disease does not spread from a pregnant woman to her children.

✴️👍 And it does not spread even after having physical relations with anyone.

✴️👍 Infected yogi roaming in crowded areas

✴️👍 A malnourished person feels early

✴️👍 Using the same bed for a long time can lead to not cleaning your beds for a long time.

       🔴  Leprosy prevention measures 🔴

 ✴️👍A person suffering from leprosy is given antibiotics for treatment, which provides immunity to the skin cells and the treatment of this disease mainly lasts for 5-6 months.

✴️👍Multi Drug Therapy Leprosy is a common preventive measure for a person suffering from leprosy, which we also call MDT in short.

✴️👍A person infected with leprosy is also prescribed Thalidomide which helps in treating any lumps on the patient’s skin caused by leprosy or leprosy or mainly treats the lumps.

✴️👍Maintain proper distance from a person suffering from leprosy.

✴️👍Take special care of cleanliness around the infected person.

✴️👍BCG vaccine: A person infected with leprosy must be given BCG vaccine at the appropriate time so that it can be controlled to some extent.

✴️👍 It has been seen that leprosy disease can be controlled to a great extent by the consumption of antibiotics, but before consuming antibiotics, do consult your doctor once because antibiotics sometimes prove fatal for the body. Might be possible.


अस्थमा (दमा) रोग के लक्षण और उपाय

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अस्थमा रोग जिसे हम दमा रोग भी कह सकते हैं यह रोग मुख्य रूप से फेफड़ों से संबंधित होता है और इसमें मुख्य रूप से व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है या यू के कि यह सांस लेने की प्रक्रिया को बुरी तरीके से प्रभावित करती है जिसके कारण व्यक्ति को अपनी रोज की दिनचर्या करने में दिक्कत आने लगती है आजकल यह देखे गए हैं कि बच्चों को भी या युवाओं को भी जल्दी से सांस फूलने लगती इसका यह मतलब नहीं है कि उनको भी अस्थमा या दम और का एक स्तर के बाद अगर ज्यादा ही सांस फूलने की दिक्कत आ रही है तो एक बार जरूर डॉक्टर से संपर्क करें।

जब हम वायु ग्रहण करते हैं तब वायु हमारे नाका या मुंह से होती हुई हमारे गले की या गले से होती हुई फेफड़ों तक जाती है फिर फेफड़ों में छोटी-छोटी वायु मार्ग होते हैं जो ऑक्सीजन को अलग करके बाकी को खून में मिला देता है जिससे वह आगे चली जाती है लेकिन इस प्रक्रिया में जब यह छोटे-छोटे वायु मार्ग या मुंह से नीचे की वायु नाली में सूजन आ जाती है तो यह सारी प्रक्रिया बंद हो जाती है और सांस लेने तकलीफ होती है इसे ही मेडिकल भाषा में अस्थमा या दमा कहा गया है।

              💥💥अस्थमा या दमा के प्रकार💥💥
हम अस्थमा या दम को मुख्य रूप से उसके लक्षण ऑन और उसके आने-जाने के लक्षण के आधार पर दो भागों में बांट सकते हैं –
1. रुक रुक कर आने वाला :- कई बार यह देखा गया है कि अस्थमा मुख्य रूप से कई कई बार आता है लगातार नहीं आता है जैसे आया थोड़ी देर रुक कर वापस चला गया वापस आया वापस रख कर चला गया इसमें दमा में कोई दिक्कत नहीं होती है।
2. लगातार आने वाला :- लगातार आने वाला दमन मुख्यतः घातक होता है क्योंकि इसमें सांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ होती कभी कबार तो उचित दवा नहीं मिलने की वजह से व्यक्ति की जान भी जा सकती।
         💥💥अस्थमा के बारे में मुख्य जानकारी 💥💥

अस्थमा या दमक मुख्य रूप से फेफड़ों मैं हवा लाने वाली वायु की नलिकाओं में सूजन आ जाने की वजह से फेफड़े का वायु का सही मात्रा में ग्रहण नहीं हो पता है जिसकी वजह से सांस फूलने लगती है और शरीर में सांस की कमी होने लगती है जिससे बार-बार सांस लेने पर सांस में घरघराहत है जैसी आवाज आने लगती है।
         👉👉अस्थमा या दमा रोग के मुख्य लक्षण👈👈
🔴खांसी विशेष रूप से रात के समय आती है
🔴खांसी के साथ-साथ बलगम भी आना
🔴हंसते समय या सांस लेते समय अजीब सी छाती में आवाज होना 
🔴सांस लेते समय अजीब सी आवाज निकालना जैसे सिटी जैसी 
🔴छाती में अजीब कसाव महसूस होना जैसे की जकड़न 
🔴थकान का बहुत ज्यादा महसूस होना
🔴 व्यक्ति को हंसते-हंसते खांसी आने लग जाती
                    
              👉👉अस्थमा होने के मुख्य कारण👈👈
🔴लंबे समय तक जुकाम रहने से 
🔴लंबे समय तक फेफड़ों में में सूजन से 
🔴काम करते समय सांस का अधिक होना 
🔴ज्यादा धूम्रपान करने से 
🔴ज्यादा वसा युक्त भोजन के सेवन से 
🔴प्रदूषण वातावरण की वजह से 
🔴अत्यधिक मुश्किल मौसम की वजह से
🔴किसी आगात लगने की वजह से
🔴अनुवांशिकता की वजह से
🔴 मौसम परिवर्तन से
                      💥💥अस्थमा रोगी यह न खाएं💥💥
🔴बाहर के चटकी तले हुए सामग्री
🔴शराब का सेवन कम करें
🔴वसायुक्त भोजन का सेवन कम करें 
🔴ठंडी चीजों का बिल्कुल भी प्रयोग ना करें 
🔴मूंगफली तिल आदि का सेवन नहीं करें
     
               👉👉अस्थमा रोकथाम के उपाय 👈👈


इसको जड़ से खत्म करना जो लगभग नामुमकिन सा होता है। अस्थमा का मुख्य रूप से वैसे कोई इलाज तो है नहीं लेकिन तुरंत और लंबे समय तक चिकित्सा पद्धति का उपयोग करके इस पर नियंत्रण किया जा सकता है जिस व्यक्ति को समस्याओं का सामना न करना पड़े।
🔴उन उत्पादों से उचित दूरी बनाए रखें जो सांस की समस्या को बढ़ाती है।
🔴प्रदूषण वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें अस्थमा रोग के    खिलाफ हमारे शरीर पर शक्ति प्रदान करें
🔴उचित समय पर डॉक्टर से परामर्श जरूर ले
घरेलू उपाय :- घरेलू कई उपाय होते हैं जो अस्थमा को जड़ से तो खत्म नहीं कर सकते लेकिन इससे हल्की-फुल्की रोकने में मदद जरूर कर सकता है जो इस प्रकार 

1. अदरक का सेवन :- अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में बताकर फिर पांच आदमी पानी में उबालकर फिर पानी को ठंडा कर कर पीने से काफी हद तक आराम मिलता है।

2. लहसुन का सेवन :- थोड़ा सा पानी लेकर उसमें लहसुन की पांच सात टुकड़े डालकर अच्छी तरह से उबालकर ठंडा होने के बाद छानकर पीने से सांस लेने संबंधित समस्या को काम किया जा सकता है।
3. कॉफी :- नियमित और उचित मात्रा में कॉपी के सेवन से सांस संबंधी समस्या को काम किया जा सकता है।

4. सरसों का तेल :- सरसों के तेल को गर्म करके फिर छाती पर हल्की से थोड़ी देर तक मालिश करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है उनके बीच का खिंचाव काम होता है जिसे सांस लेने की तकलीफ कम होती है।
                         🌟🌟🌟🌟🌟
Asthma disease, which we can also call asthma disease, is mainly related to the lungs and mainly the person has difficulty in breathing or because it affects the breathing process in a bad way due to which Due to this, a person starts facing difficulty in doing his daily routine. Nowadays, it has been seen that even children or youth start getting short of breath quickly, this does not mean that they also have asthma or asthma. If you are facing problem of shortness of breath then definitely contact the doctor at least once.
 When we inhale air, the air passes through our nose or mouth to our throat or through our throat to the lungs. Then there are small air passages in the lungs which separate the oxygen and mix the rest in the blood due to which It goes ahead but in this process, when the small air passage or air channel below the mouth gets swollen, then the whole process stops and there is difficulty in breathing, this is called asthma in medical language. Having said.
                 💥💥Types of asthma💥💥
 We can divide Asthma into two parts mainly on the basis of its on-going symptoms and its coming and going symptoms –
 1. Intermittent coming: – Many times it has been seen that asthma mainly comes many times and does not come continuously like it came, stopped for a while and went back, came back and went away. Is there any problem in asthma in this? Doesn’t happen.
 2. Persistent: Persistent oppression is mainly fatal because it causes severe difficulty in breathing and sometimes a person may even die due to lack of proper medicine.
    💥💥Key information about asthma💥💥
 Asthma or dyspnea is mainly caused by swelling in the air tubes that bring air to the lungs, due to which the lungs do not absorb the right amount of air, due to which shortness of breath occurs and the body begins to feel short of breath, which leads to On repeated breathing, a sound like wheezing starts appearing.
      👉👉Main symptoms of asthma👈👈
 🔴Cough occurs especially at night.
 🔴Muspucum also comes along with cough
      Strange chest sound while laughing or          breathing
 
 🔴Making strange sounds like whistling           while breathing
 
 🔴 Strange feeling of tightness in the chest,         such as stiffness.
 🔴Feeling very tired
 🔴 The person starts coughing while                     laughing.
           👉👉Main causes of asthma👈👈
 🔴Due to prolonged cold
 🔴 Due to long-term inflammation in the             lungs
 🔴Excessive breathing while working
 🔴Due to excessive smoking
 🔴By consuming high fat food
 🔴Due to polluted environment
 🔴Due to extremely difficult weather
 🔴Due to some interference
 🔴Due to genetics
 🔴 Due to weather change
💥💥Asthma patients should not eat this💥💥
 🔴Spicy fried ingredients on the outside
 🔴Reduce alcohol consumption
 🔴Reduce intake of fatty foods
 🔴Do not use cold things at all
 🔴Do not consume peanuts, sesame etc.
 👉👉Asthma prevention measures👈👈
 It is almost impossible to eradicate it from its roots. There is no main cure for asthma, but it can be controlled by using immediate and long-term medical treatment so that the person does not have to face problems.
🔴Maintain proper distance from products that increase respiratory problems.
🔴Keep distance from polluted areas to provide strength to our body against asthma.
 🔴Be sure to consult a doctor at the right time.
 Home Remedies:- There are many home remedies which cannot completely। eliminate asthma but can definitely help in preventing mild exacerbations which are as follows:
 1. Consumption of Ginger:- Cutting ginger into small pieces and then boiling it in five liters of water and then cooling the water and drinking it provides relief to a great extent.
 2. Consumption of garlic: – By taking some water, adding five to seven pieces of garlic in it, boiling it thoroughly, filtering it after cooling and drinking it, the problem related to breathing can be solved.
 3. Coffee:- Respiratory problems can be cured by regular and appropriate consumption of coffee.
 4. Mustard Oil:- By heating mustard oil and then massaging it lightly on the chest for a short while, the muscles get relief and the stretch between them works, which reduces the difficulty in breathing.

हैजा रोग

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हैजा बीमारी का संबंध मुख्य रूप से गरीब और यह देखा गया है कि जहां गरीबी होती है वह भेजो का प्रभाव बहुत देखा गया है क्योंकि वह स्वच्छ जल उचित मूल्य ने की जगह नहीं होने के कारण इस बीमारी का सामना करना पड़ता है 2010 में आए भूकंप के बाद एथी नामक जगह पर भेजो एक महामारी के रूप में फैला जो लगभग 2017 तक चला था जिसमें लगभग 8:30 लाख लोग बीमार हुए थे जिसमें से लगभग 9 से 10000 लोगों ने अपनी जान कमाई और उसी तरह यमन में भी हैजा यह जब बीमारी का तांडव शुरू हुआ 2016 में जिसमें वहां के लगभग 20 से 25 लाख लोग इसके शिकार हुए लेकिन इसमें लगभग चार से 5000 लोगों की जान गई। हम कह सकते हैं की है जा आधुनिक समय में एक बहुत बड़ा संकट है।

हैजा हा रोग मुख्य रूप से बैक्टीरिया के कारण होने वाला संक्रामक रोग होता है जो मुख्य रूप से प्रदूषण या अशुद्ध पानी पीने की वजह से होता है और इसके कारण मुख्य रूप से डायरिया और शरीर में पानी की कमी अर्थात डिहाइड्रेशन होने की संभावना अधिक होती है और यह ऐसे नामक रोग मुख्यतः वहां पाया जाता है जहां पानी की कमियों अर्थात जा दूषित पानी की मात्रा अधिक हो।

यह कैसी बीमारी है जिसमें लक्षण बहुत कम मात्रा में दिखाते हैं जैसे कि मानव की अगर यह 20 लोगों को हो रखा है तो उनमें से एक या दो में ही यह अपने लक्षण दिखता है इसी कारण यह बिना लक्षण से शरीर में रहता है उसे समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से यह धीरे-धीरे घातक हो जाता है और अंत परिणाम में व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

   ✴️ हैजा रोग होने पर मुख्य लक्षण दिखाई देते हैं ✴️

इस रोग की खासियत यह होती है कि इसमें लक्षण होते हुए भी व्यक्ति को दिखाई नहीं देते हैं इसलिए उनके लक्षणों की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है जैसे कि नीचे दिए गए 

💥हैजा रोग में शुरू-शुरू में उल्टी होना एक आम बात होती है लेकिन लंबे समय तक उल्टी होने की वजह से शरीर में पानी की और हो सकता तत्वों की कमी हो जाती है जिसे शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है और उधर से डायरिया होने की वजह से भी शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है इस तरह से शरीर में पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है और शरीर में पानी की कम मात्रा के कारण ही मांसपेशियों में गांठ है बन्ना शुरू हो जाती है तथा अन्य प्रकार के असंतुलन होने लगते हैं।

💥अर्थात साधारण भाषा बोले तो इसमें व्यक्ति को उल्टी के साथ-साथ पतली दस्त होना भी शुरू हो जाती है।

💥हैजा के लक्षण 5 से 6 दिनों के बाद दिखाई देने बंद हो जाते हैं और कभी-कभी कुछ लोगों में 10-15 दिन के बाद इसके लक्षण दिखाई देना बंद कर देते हैं।

💥गुर्दे का सही तरीके से काम नहीं करना

💥डायरिया हो जाना

💥डिहाईड्रेशन हो जाना

💥 पेशाब कम मात्रा में लगना

💥बहुत मात्रा में प्यास लगना

💥त्वचा का सुख जाना

💥मुंह हमेशा सुखा रहना 

💥लार का कम बनना

💥मांसपेशियों में गांठ हो जाना 

💥शरीर के नसों की गति तेज हो जाना 

💥उल्टी होना 

💥जी घबराना

               🌟  हैजा होने के मुख्य कारण 🌟

💥हैजा होने के प्रमुख कारण इस प्रकार 

💥हैजा होगी के संपर्क में आने से

💥अशुद्ध पानी के सेवन से

💥 गंदे पानी से जमाई की बर्फ के सेवन से 

💥बाजार में उपलब्ध पुरानी और अशुद्ध खाद्य सामग्री के सेवन से

💥बाजार के अशुद्ध पेशावरी पीने से और 

💥मानव के मल के द्वारा उगाई गई अशुद्ध सब्जी खाने से

💥दूषित जल द्वारा बनाई गई सब्जी रोटी खाने से

💥कच्ची सब्जी खाने से

 🌟🌟  हैजा होने की संभावना ज्यादा किसे रहती हैं 🌟🌟

तेज होने की संभावना मुख्यतः होती है जिनके पेट में अमल या एसिड स्रावित करने की क्षमता बहुत कम होती है क्योंकि कई प्रकार के हानिकारक जीवाणु को पहले ही नष्ट कर देता है जिस व्यक्ति का स्वास्थ्य बना रहता है और जिनका पेट में काम अम्ल होता है वह मुख्य रूप से

1. कम उम्र वाले अर्थात छोटे छोटे बच्चे

2. उम्रदराज लोग

3. जो लोग ऐसी दवाइयां का सेवन करता है जो पेट के              अमल  बनाने की क्षमता को कम कर देते हैं उन व्यक्तियों         को

   

       🌟  हैजा के रोकथाम के उपाय/घरेलू उपाय 🌟

💥पानी का अधिक सेवन करें के कारण शरीर में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा काम हो जाती है इसके लिए व्यक्ति को पानी का सेवन अधिक करना चाहिए तथा पर निक सेवन से पहले पानी को 1 मिनट तक उबालकर छानकर पीना चाहिए जिससे कि उसमें उपस्थित बैक्टीरिया खत्म हो सके।

💥कच्ची सब्जी और भजन का सेवन न करें हे रोग से पीड़ित व्यक्ति को हमेशा पक्की हुई चीज का ही सेवन करना चाहिए उससे कच्ची सब्जी और भजन का सेवन करने से बचना चाहिए। 

💥साफ सफाई जरूरी के चारों तरफ मुख्य जरूरी होता है क्योंकि है इस नामक रोग जिस वायरस से फैलता है वह मुख्य रूप से गंदगी में ही पनपता है

                         🌟🌟🌟🌟🌟🌟

Cholera disease is mainly related to the poor and it has been observed that where there is poverty, the impact of cholera has been seen a lot because they have to face this disease due to lack of clean water at fair price. Earthquake of 2010 After sending it to a place called Athi, it spread in the form of an epidemic which lasted till about 2017 in which about 8:30 lakh people got sick out of which about 9 to 10000 people lost their lives and similarly in Yemen too, cholera is this disease. The orgy started in 2016 in which about 20 to 25 lakh people became its victims but about 4 to 5000 people lost their lives. We can say that it is a big crisis in modern times.

 Cholera is an infectious disease mainly caused by bacteria, which mainly occurs due to pollution or drinking impure water and due to this, mainly diarrhea and lack of water in the body i.e. dehydration are more likely to occur. And this disease called such is mainly found where there is water shortage i.e. the amount of contaminated water is high.

 What kind of disease is this in which symptoms are shown in very small quantities, like in humans, if 20 people have it, then it shows its symptoms only in one or two of them, that is why it remains in the body without any symptoms, it can be cured on time. Due to lack of treatment, it gradually becomes fatal and may ultimately result in the death of the person.

👍 The main symptoms seen in cholera disease are :-

 💥The specialty of this disease is that despite having symptoms, it is not visible to the person, hence it is very important to know about its symptoms like those given below.

 💥Vomiting in the beginning is a common thing in cholera disease, but due to prolonged vomiting, there is a deficiency of water and possibly elements in the body, which leads to dehydration in the body and hence diarrhea. Due to this, dehydration occurs in the body. In this way, the amount of water in the body gets reduced and due to less amount of water in the body, lumps start forming in the muscles and other types of imbalances start occurring.

 💥That is, in simple terms, the person starts having loose stools along with vomiting.

💥 Symptoms of cholera stop appearing after 5 to 6 days and sometimes in some people its symptoms stop appearing after 10-15 days.

 💥kidney failure

 💥get diarrhea

 💥becoming dehydrated

 💥decreased urination

 💥excessive thirst

 💥dry skin

 💥always dry mouth

 💥reduced saliva production

 💥muscle knots

 💥increased speed of nerves in the body

 💥vomiting

 💥Feeling anxiety

          ✴️✴️Main causes of cholera✴️✴️

💥The main causes of cholera are as follows

 💥coming in contact with cholera

 💥due to consumption of impure water

 💥By consuming ice mixed with dirty water

 💥By consuming old and impure food items available in the market.

 💥By drinking impure Peshawari from the market and

 💥By eating impure vegetables grown from human feces

 💥By eating vegetable bread prepared with contaminated water

 💥by eating raw vegetables

    ✴️Who is more likely to get cholera?✴️

 The possibility of exacerbation is mainly found in those who have very little ability to secrete acid in their stomach because it destroys many types of harmful bacteria beforehand. A person who remains healthy and has good acid in his stomach is mainly

 1. Young children i.e. small children

 2. Older people

 3. People who take medicines which reduce the ability of the stomach to digest food, those people

 🌟🌟Cholera prevention measures/home remedies🌟🌟

 Consume more water because the amount of water in the body becomes too much. For this, a person should consume more water and before consuming it, water should be boiled for 1 minute and filtered before drinking so that the bacteria present in it gets eliminated. Could.

Do not consume raw vegetables and bhajan. A person suffering from this disease should always consume cooked things only. He should avoid consuming raw vegetables and bhajan.

 Cleanliness is important all around because the virus which spreads this disease mainly thrives in dirt.


टायफाइड रोग के कारण

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टाइफाइड एक बहुत घातक बीमारी होती है जो मुख्य रूप से साल्मोनेला नामक वायरस की वजह से होती है और यह वाइरस मुख्य रूप से दूषित खाना और अशुद्ध पानी पीने के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करता है जो कि आगे जाकर घातक सिद्ध होता है।

टाइफाइड नामक रोग इंफेक्शन रोग होता है यह मुख्य रूप से  साल्मोनेला टायफी नमक वायरस के कारण होता है यह मुंह के जरिए प्रवेश करता है फिर आगे जाकर यह हमारी आंतों में घुस जाता है जहां यह लगभग 10 से 15 दिन तक रहता है और उसके बाद यह आंतो की कोशिकाओं के जरिए हमारे रक्त के साथ मिल जाता है फिर यह सभी अंगों तक चला जाता है और सभी अंगों की कोशिकाओं में जाकर चुप कर बैठ जाता है और धीरे-धीरे हमारे शरीर की प्रतिरक्षक कोशिकाओं को खत्म करता रहता है जिस व्यक्ति धीरे-धीरे बीमार होने लगता है और एक समय के बाद उसकी बॉडी काम करना बंद कर देती

                     👉👉  टाइफाइड के लक्षण 👈👈


 टाइफाइड मुख्य रूप से बैक्टीरिया या वायरस के कारण होता है जिसके कारण इसके लक्षण कम से कम 20 से 25 दिन में दिखाई देते हैं और लगभग इस रोग की अवधि हम एक से डेढ़ महीने तक मान सकते हैं लेकिन सामान्य रूप से यह लगभग 10 से 15 दिन रहता है इसलिए उनके लक्षणों का ध्यान करते डॉक्टर से जरूर संपर्क करें और इसके प्रमुख नीचे दिए गए लक्षण। 

🔴कब्ज हो जाना  या डायरिया होना

🔴बहुत तेज बुखार होना

🔴भूख ना के बराबर लगना

🔴छाती पर लाल रंग के धब्बे होना

🔴शरीर में थक उठाना

🔴तेज बुखार होना

🔴ठंड ज्यादा लगना

🔴पेट में दर्द होना 

🔴पूरे शरीर में दर्द

🔴कमजोरी का एहसास होना

                👉👉टाइफाइड होने के कारण👈👈

टाइफाइड मुख्य रूप से कुछ इस प्रकार का खाने से या पीने से हो सकता है जिसमे साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया होने से वह अपने शरीर में प्रवेश कर जाता है जो आगे जाकर हमारे शरीर को हानि पहुंचती है पहुंचना है।

दूसरा टाइफाइड से ग्रसित रोग रोगी के आसपास से संक्रमण से भी फैल सकता है।

टाइफाइड से ग्रसित रोगी के द्वारा त्याग गया कचरा या माल जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में या नजदीक के फैलने की संभावना अधिक रहती है।

       👉👉टाइफाइड के रोग के बचाव के उपाय👈👈

🔴 जैसे ही ऊपर बताए गए लक्षणों में यदि आपको कुछ लक्षण अपने शरीर में महसूस होते हैं तो जल्दी ही अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें तथा उसके द्वारा बताई गई सभी प्रक्रिया को पूर्ण करें जिम मुख्य रूप से अपने खून की जांच तथा अपने पेशाब की जांच और बोन मैरो नमक टेस्ट जरूर करें इसमें सबसे महत्वपूर्ण बन में रिक्वेस्ट होता है जिस में अगर आपके अंदर टाइफाइड नामक बैक्टीरिया है तो इसका पता लगाया जा सकता है।

🔴 दूषित भोजन से बचाव टाइफाइड रोग होने का मुख्य और सबसे महत्वपूर्ण कार्य की होता है गंधक भोजन या दूषित भोजन इसके लिए आपको हमेशा यह ध्यान रखें की पुराने भजन का सेवन कम करें हमेशा ताजा भोजन ही सेवन करें क्योंकि पुराने और बासी भोजन में टाइफाइड नमक वायरस होने की संभावना अधिक रहती है।

🔴 पोषक तत्व युक्त भोजन का सेवन टाइफाइड के मुख्य लक्षणों में हमने देखा था कि इसमें भूख बहुत कम मात्रा में लगती है जिसके कारण व्यक्ति में कमजोरी बढ़ जाती है वजन घटने लगता है व्यक्ति को भूख नहीं लगने पर भी उसे भरपूर विटामिन तथा पोषक तत्व युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके और टाइफाइड के कारण शरीर में घुसे हुए वायरस को हरा सके।

👍 गर्म या उबले हुए अच्छे और ताजा चावल का सेवन करें 

👍आलू का सेवन करें 

👍प्रोटीन युक्त भजन जैसे पनीर दही मांस आदि का सेवन         करने से बचें क्योंकि इससे आसानी से बचाए नहीं जा           सकता

👍भुनी हुई बनी हुई चीजों को खाने से परहेज करें।

🔴WHO ने दो तिनके जारी किए हैं जिनका प्रयोग टाइफाइड से ग्रसित रोगी के लिए किया जा सकता है

1. वैक्सीन शॉट :- यह वैक्सीन शर्ट कम उम्र के में दी जाती है और अधिक अगर है तो उसे यह खुराक दो बार दी जा सकती है।

2. ओरल वैक्सीन :- यह मुख्य रूप से 6 से 7 वर्ष से अधिक उम्र वालों को दी जाती है इसमें मुख्य रूप से 4 टैबलेट होती है जो डॉक्टर की सलाह अनुसार ली जाती है।

🔴 अपने शरीर की साफ सफाई का बहुत ज्यादा ख्याल रखें खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

🔴 कच्ची सब्जी तथा दूषित पानी का प्रयोग करने से बच्चे

🔴 आपके घर में भोजन बनाया जाता है मतलब की रसोई घर की साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें।

                         🌟🌟🌟🌟🌟

Typhoid is a very deadly disease which is mainly caused by a virus called Salmonella and this virus mainly enters our body through contaminated food and drinking impure water, which proves fatal in the future.

 A disease called Typhoid is an infectious disease. It is mainly caused by Salmonella Typhi salt virus. It enters through the mouth, then further it enters our intestines where it remains for about 10 to 15 days and after that it It gets mixed with our blood through the intestinal cells, then it reaches all the organs and sits silently in the cells of all the organs and gradually destroys the immune cells of our body. Slowly he starts getting sick and after a while his body stops working.

 👉👉 Symptoms of Typhoid 👈👈

 Typhoid is mainly caused by bacteria or virus due to which its symptoms appear in at least 20 to 25 days and approximately the duration of this disease can be considered to be one to one and a half months but normally it is around 10 to 15 days. It lasts for a day, therefore, pay attention to its symptoms and consult a doctor and its main symptoms are given below.

 Constipation or diarrhea

 🔴having a very high fever

 🔴Feeling less hungry

 Having red spots on the chest

 🔴 feeling tired in the body

 🔴having high fever

 🔴Feeling too cold

 🔴stomach ache

 🔴Pain in whole body

 🔴Feeling weak

          ✴️✴️  Reasons for typhoid ✴️✴️

 👉Typhoid can mainly be caused by eating or drinking something that contains bacteria called Salmonella and it enters our body, which further causes harm to our body.

👉 Secondly, the disease caused by typhoid can also spread through infection from the patient’s surroundings.

👉 Garbage or goods discarded by a patient suffering from typhoid are more likely to spread to the surrounding area or nearby.

 👉👉Measures to prevent typhoid disease👈👈

 🔴 As soon as you feel some of the symptoms mentioned above in your body, then immediately contact your nearest doctor and complete all the procedures suggested by him. Mainly, test your blood and test your urine. And definitely do the bone marrow salt test, the most important of which is the request in which it can be detected if you have a bacteria called typhoid inside you.

 🔴 Prevention from contaminated food is the main and most important cause of typhoid disease is sulfur food or contaminated food. For this you should always keep in mind that reduce the consumption of old food. Always eat fresh food because old and stale food contains typhoid salt. Chances of getting virus are high.

 🔴 Consumption of nutrient rich food: Among the main symptoms of typhoid, we saw that appetite is very less, due to which weakness increases in the person, weight starts decreasing, even if the person does not feel hungry, he needs plenty of vitamins and nutrients. Food should be consumed which can increase the immunity of the body and defeat the virus that has entered the body due to typhoid.

👍 Eat good and fresh rice, hot or boiled

 👍Eat potatoes

 👍Avoid consuming protein-rich foods like cheese, curd, meat etc. because it cannot be easily avoided.

 👍Avoid eating roasted items.

 🔴WHO has released two straws that can be used for patients suffering from typhoid.

 1. Vaccine shot:- This vaccine shot is given in young age and if it is older then this dose can be given twice.

 2. Oral Vaccine:- It is mainly given to those above 6 to 7 years of age. It mainly consists of 4 tablets which are taken as per the doctor’s advice.

 🔴 Take great care of the cleanliness of your body. Wash hands थोरोगलीह


निमोनिया क्या होता , इसके लक्षण और उपाय

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निमोनिया एक घातक बीमारी होती है जो शरीर के मुख्य और प्रमुख फेफड़ों को सिद्ध रूप से प्रभावित करती है अर्थात यह फेफड़ों को बुरी तरह से खराब करने वाली एक प्रमुख बीमारी होती है निमोनिया मुख्य रूप से वायरस के कारण होता है जो की एक संक्रामक रोग की श्रेणी में आता है।

निमोनिया में क्या होता है मुख्य रूप से यह जो अपने फेफड़े होते हैं उनमें पानी भर जाता है जिससे व्यक्ति को सांस लेने में मुश्किल होने लगती है और कभी-कभार तो व्यक्ति की मौत भी हो जाती है जो फेफड़ों में हवा थैली होती है उसमें पानी भर जाता है और इसमें व्यक्ति को खांसी की संभावना ज्यादा रहती है जिससे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाना एक आम बात होती।

 ✴️✴️निमोनिया के विभिन्न अलग-अलग प्रकार✴️✴️

निमोनिया अपने फैलने की विधि के कारण मुख्य रूप से कई प्रकार में बांटा गया है जो कि इस प्रकार

👉बैक्टीरिया से होने वाला निमोनिया

👉वायरल से होने वाला निमोनिया

👉माइक्रो प्लाज्मा से होने वाला निमोनिया

👉एस्पिरेशन से होने वाला निमोनिया

👉इन्फेक्शन या फंगल के कारण होने वाला निमोनिया

               

          ✴️✴️    निमोनिया होने के कारण✴️✴️

👉निमोनिया मुख्य रूप से एक संक्रामक रोग होता है जो वायरस या विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया कभी-कब फंगस की वजह से भी हो सकता है निमोनिया से संक्रमित व्यक्ति जब किसी सदन व्यक्ति के सामने सीखना है या जोर-जोर से खस्ता है तब उसके मुंह से वायरस बाहर आ जाते हैं जिससे आसपास के साधन और स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में वायरस प्रवेश करने की वजह से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी जा सकता है।

👉निमोनिया से प्रभावित होने वाले व्यक्ति निमोनिया जब होता है तो एक साधारण व्यक्ति उससे जल्दी ही निजात पर लेटा है लेकिन कई-कई व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जो किसी कारणवश इसके मुख्य शिकारी हो जाते हैं और कभी-कभी उनकी मृत्यु भी हो जाती तो इसे जल्दी प्रभावित होने वाले व्यक्ति यह होते हैं

👉जो अधिक धूम्रपान करते हैं

👉जो अधिक कमजोर होते हैं

👉अधिक उम्र दराज व्यक्ति को

👉फेफड़े संबंधित बीमारी वाले व्यक्ति को

👉हार्ट से संबंधित बीमारियों वाले पीड़ित व्यक्ति को

👉जल्दी बीमार पड़ने वाले व्यक्ति को

👉जिसने हाल ही में अपने शरीर में कुछ ऑपरेशन करवाया हो

             ✴️✴️निमोनिया होने पर प्रमुख लक्षण ✴️✴️

जैसा कि हर बीमारी में होता है जिस व्यक्ति से व्यक्ति पीड़ित होता है उसे बीमारी के लक्षण व्यक्ति में एक समय पर दिखाई देने लग जाते हैं उसी प्रकार निमोनिया में भी अपने लक्षण दिखाई देने लगते हैं जो कि नीचे दिए गए

👉खांसी ज्यादा होना

👉खांसी के साथ बलगम भी आना

👉शरीर का टूटना या कमजोरी महसूस होना

👉बहुत ज्यादा बुखार लगा

👉पसीना अधिक मात्रा में शरीर से निकलना

👉सीने में दर्द ज्यादा होना

👉सांस लेने के साथ सांस फूलने की समस्या होना

👉भूख न के बराबर लगा

👉शरीर में अजीब से बेचैनी और कपकपी छूटना

ऊपर दिए गए लक्षण अगर आपको किसी व्यक्ति में दिखाई दें तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दें क्योंकि जब भी निमोनिया ज्यादा बढ़ जाता है तो इसको नियंत्रित करना बहुत कठिन हो जाता है।

       ✴️✴️ निमोनिया के बचाव और उपचार✴️✴️

🔴उचित भोजन ग्रहण करना निमोनिया में मुख्य रूप से आदमी कमजोरी के कारण यह उसके शरीर पर हावी हो जाता है इसके लिए व्यक्ति को उच्च प्रोटीन वाले भोजन का सेवन करना चाहिए तथा नियमित रूप से पानी और विभिन्न प्रकार के जूस का रेगुलर प्रयोग करें तथा ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन करें जिसमें उचित मात्रा में विटामिन सी और विटामिन डी पाया जाता है तथा ताजे फल फ्रूट और हरी सब्जी का सेवन करें।

🔴उचित समय पर डॉक्टर से परामर्श अगर किसी व्यक्ति को ऊपर बताए गए लक्षणों में अगर कुछ भी लक्षण अपने अंदर प्रतीत होते हैं तो बिना किसी देरी के जितना जल्दी हो सके अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क या परामर्श लें और उनके बताइए अनुसार दवाइयां का सेवन करें तथा विभिन्न प्रकार के परहेज करें जो की बीमारी को बढ़ाते हैं।

 ✴️✴️निमोनिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति यह ना करें ✴️✴️

अक्सर यह देखा गया है कि यह व्यक्ति निमोनिया से ग्रसित होते हैं वह अगर कुछ चीजों का परहेज नहीं करें तो बहुत से ज्यादा बढ़ जाती है इसलिए नीचे दी गई चीजों का सेवन बिल्कुल भी ना करें 

👉जंक व फास्ट फूड का सेवन

👉चटकीला भोजन

👉शराब का सेवन बिलकुल भी ना करें

👉धूम्रपान तो बिल्कुल भी ना करें

                        🌟🌟🌟🌟🌟🌟

Pneumonia is a fatal disease which definitely affects the main and dominant lungs of the body, that is, it is a major disease that damages the lungs badly. Pneumonia is mainly caused by viruses, which is an infectious disease. Comes in category.

 What happens in pneumonia is that the lungs get filled with water due to which it becomes difficult for the person to breathe and sometimes even the person dies. The air sacs in the lungs get filled with water. It fills up and the person is more likely to cough, causing damage to the lungs.

  ✴️✴️Different types of pneumonia✴️✴️

Pneumonia is mainly divided into several types due to its method of spread which are as follows

 

👉bacterial pneumonia

👉viral pneumonia

👉pneumonia caused by micro plasma

👉aspiration pneumonia

👉Pneumonia caused by infection or fungus

👉due to pneumonia

 Pneumonia is mainly an infectious disease which can be caused by viruses or different types of bacteria. Sometimes it can also be caused by fungus. A person infected with pneumonia coughs from his mouth when he has to speak in front of a person or loudly. Viruses come out due to which it can spread from one person to another due to the virus entering the surrounding environment and the body of a healthy person.

People affected by pneumonia: When pneumonia occurs, an ordinary person gets rid of it quickly, but there are many people who, due to some reason, become its main victims and sometimes they even die. People who are easily influenced are:

👉who smoke more

👉who are more vulnerable

👉to an older person

👉a person with lung disease

👉A person suffering from heart related diseases

👉a person who falls ill easily

👉Who has recently undergone some operation on his body

 ✴️✴️ Main symptoms of pneumonia✴️✴️

 👍As it happens in every disease, the symptoms of the disease start appearing at one time in the person suffering from it, similarly in pneumonia also its symptoms start appearing which are given below.

👉increased cough

👉coughing up phlegm

👉body breakdown or feeling weak

👉felt very high fever

👉excessive sweating

👉severe chest pain

👉difficulty breathing while breathing

👉felt almost no appetite

👉strange feeling of restlessness and trembling in the body

 If you see the above symptoms in a person, then advise him to immediately contact a doctor because whenever pneumonia increases, it becomes very difficult to control it.

    ✴️✴️ Prevention and treatment of pneumonia

 👍Taking proper food: In pneumonia, mainly due to weakness of the person, it dominates his body. For this, the person should consume high protein food and regularly use water and different types of juices and such food. Consume foods that contain adequate amounts of Vitamin C and Vitamin D and consume fresh fruits and green vegetables.

 👍Consult a doctor at the appropriate time. If a person experiences any of the symptoms mentioned above, then without any delay, contact or consult your nearest doctor as soon as possible and take medicines as per his advice. Do various types of avoidance which increase the disease.

 👍People suffering from pneumonia should not do this

 👍It is often seen that these people suffer from pneumonia, if they do not avoid some things then it increases significantly, hence do not consume the things given below at all.

👍Consumption of junk and fast food

spicy food

👍Do not consume alcohol at all

👍don’t smoke at all


मलेरिया

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मलेरिया एक संक्रामक रोग होता है संक्रामक रोग उसे कहते हैं जो किसी की वजह से होता है और इसमें एक मच्छर होता है जिसे एनाफिलीज मच्छर कहते हैं उसके काटने से यह मलेरिया होता है। मलेरिया होना एक साधन बात होती है जिसमें व्यक्ति को ऐसा बुखार आता है जो उसके शरीर को एकदम से जाम कर देता है। मलेरिया जो मच्छरों की वजह से होता है और मच्छर जो कि आजकल बढ़ते जा रहे हैं इसलिए जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है उसके साथ-साथ मलेरिया जैसे बीमारियों से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या भी समय के साथ दोगुनी होती जा रही है।

मलेरिया या मलेरिया से होने वाले बुखार का मुख्य एक मध्य मच्छर होता है जिसका नाम एनाफिलीज मच्छर होता है और इस मध्य मच्छर में एक इस प्रकार का जीवाणु होता है जो वह किसी व्यक्ति के कटती है तो उसके अंदर भेज देती है और उसे मेडिकल लाइन में प्लाज्मोडियम जीवाणु कहते हैं जो कि मलेरिया में होने वाली बुखार का मुख्य कारण बनता है।

           ✴️✴️  मलेरिया होने कि प्रक्रिया  ✴️✴️

🔴इसमें जब व्यक्ति मच्छरों की चपेट में आता है अब मच्छर भी कई प्रकार के होते हैं व्यक्ति को यह पता नहीं होता है कि किस मच्छर काटने की वजह से क्या होता है मच्छर तो नॉर्मल काटते ही रहते हैं लेकिन जब यह मदद मच्छर इना प्लीज मच्छर कटता है तो यह प्लाज्मोडियम नामक जीवाणु हमारे शरीर में भेज देता है जो अपनी संख्या को इतनी तेजी से बढ़ता है की कुछ समय बाद वह हमारे लिवर और खून में प्रवेश कर जाता है और उन्हें बुरी तरह से संक्रमित कर देता है जिससे अगर व्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिलने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है।

🔴यह जीवाणु शरीर में उपलब्ध खून में उपस्थित लाल रक्त कोशिकाओं की कार्य गति पर अटैक करता है क्योंकि खून में उपस्थित लाल रक्त कोशिकाएं शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखती है जिससे उनके नष्ट हो जाने की वजह से व्यक्ति इस जीवाणु का सामना नहीं कर पाता और धीरे-धीरे उसके शरीर में कई प्रकार की कमजोरी दिखने लगती है।

                 ✴️✴️  मलेरिया के लक्षण ✴️✴️

👉 मलेरिया होने के बाद व्यक्ति में कई प्रकार के शारीरिक व उसके शरीर के अंदर कई हार्मोन परिवर्तन होता है। अक्सर यह देखा गया है कि मलेरिया रोग अपने लक्षण लगभग सात आठ दिन के बाद दिखने शुरू करता है अगर किसी व्यक्ति को आज मच्छर ने काटा तो उसे पता ही नहीं चलेगा कि उसके साथ क्या हुआ और धीरे-धीरे सात आठ दिन के बाद प्लाज्मोडियम नामक जीवाणु अपना कार्य शुरू करता है फिर धीरे-धीरे नीचे दिए गए लक्षण दिखने लगते हैं –

👉ज्यादा बुखार होना

👉सर्दी लगना

👉थकान महसूस होना

👉सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत आना

👉मल त्यागने में देरी लगा

👉सिर में दर्द बने रहना 

👉आंखों में दर्द रहना

👉शरीर में पसीना पसीना ज्यादा मात्रा में आना

👉पूरे शरीर में दर्द होना 

👉उल्टी होना कुछ खाने को मन नहीं करना

👉जी मचलना

👉शरीर में अजीब सी बेचैनी होना

👉मांसपेशियों में खिंचाव में दर्द महसूस होना

       ,      ✴️✴️मलेरिया से बचाव✴️✴️




👉अपने आसपास साफ सफाई मलेरिया से बचाव का मुख्य और प्रमुख यह उपाय है कि अपने घर के आसपास साफ सफाई बनाए रखें जिससे कि आसपास मच्छर ना पनप।

👉घर में कूड़ा कचरा ना रखें अक्सर यह देखा गया है की जान घर का अतिरिक्त कचरा होता है वह मच्छरों की संख्या बढ़ती है जिससे वह बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता।

👉पानी एकत्र नहीं होने दे मलेरिया एक संक्रामक रोग होता है और यह एना प्लीज नामक मच्छर की वजह से फैलता है और यह देखा गया है कि यह माता इन प्लीज मच्छर मुख्यतः लंबे समय से एक जगह में ठहरे पानी में अधिक पनपता है जिसे वहां आसपास के लोगों को मलेरिया होने की संभावना बढ़ जाती है ।

👉मच्छरदानी का प्रयोग व्यक्ति को सोते समय मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए जिससे कि उसे मच्छर काट ना सके।

👉मच्छरों से दूरी मलेरिया मुख्य रूप से मच्छरों के काटने से होता है इसके लिए व्यक्ति को जमा रहता है उसे स्थान पर मच्छरों को आने से रोके।

👉डॉक्टर से संपर्क अगर आपको मलेरिया नामक रोग के ऊपर दिए गए कुछ भी लक्षण दिखाई देते हैं तो एक-दो दिन के पश्चात अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर साल लें क्योंकि मलेरिया के लक्षण पांच सात दिन की समय के बाद ही दिखाई देते हैं फिर एकदम से यह शरीर पर अटैक कर देता है जिसके व्यक्ति एकदम से कमजोर होने लगता है।

                         🌟🌟🌟🌟🌟🌟

Malaria is an infectious disease. Infectious disease is the one which is caused by someone and it is caused by the bite of a mosquito called Anopheles mosquito. Malaria is a common condition in which a person gets such a fever that it completely paralyzes his body. Malaria is caused by mosquitoes and mosquitoes are increasing nowadays, hence as time is increasing, the number of people suffering from diseases like malaria is also doubling with time.

 The main cause of malaria or fever caused by malaria is a middle mosquito whose name is Anopheles mosquito and this middle mosquito has a type of bacteria which when it bites a person, it sends it inside him and takes him to the medical line. Plasmodium is a bacterium which is the main cause of fever in malaria.

                  ✴️✴️process of malaria✴️✴️

 In this, when a person comes in the grip of mosquitoes, now there are many types of mosquitoes, the person does not know what happens due to which mosquito bite, mosquitoes keep biting normally, but when this help is given, the mosquito bites please. So it sends a bacterium called Plasmodium into our body, which increases its numbers so rapidly that after some time, it enters our liver and blood and infects them badly, due to which if the person is not treated on time, If treatment is not received, a person may even die.

 This bacteria attacks the functioning of the red blood cells present in the blood because the red blood cells present in the blood maintain the immunity of the body, due to which due to their destruction, the person is unable to face this bacteria. And gradually many types of weaknesses start appearing in his body.

                 🔴   symptoms of malaria 🔴

 After malaria, many types of physical and hormonal changes take place in a person’s body. It has often been seen that malaria disease starts showing its symptoms after about seven-eight days. If a person is bitten by a mosquito today, he will not know what happened to him and gradually after seven-eight days, a virus called Plasmodium starts appearing. The bacteria starts its work, then gradually the following symptoms start appearing –

✴️having high fever

✴️catching cold

✴️feeling tired

✴️severe difficulty breathing

✴️delayed bowel movements

✴️persistent headache

✴️pain in eyes

✴️excessive sweating excessive sweating

✴️pain all over the body

✴️vomiting, not feeling like eating anything

nausea

🌟strange discomfort in the body

🌟feeling pain in muscle strain

                    Malaria prevention

👍 The main and main way to prevent malaria is to maintain cleanliness around your house so that mosquitoes do not breed nearby.

 👍Do not keep garbage in the house. It has often been seen that if there is excess garbage in the house, the number of mosquitoes increases, which also increases the risk of getting diseases.

👍 Do not allow water to accumulate. Malaria is an infectious disease and it is spread by a mosquito called Ana please and it has been observed that this Mata in please mosquito mainly grows in water that has been standing in one place for a long time, which is known as the water in the surrounding areas. People are more likely to get malaria.

👍Use of mosquito net: A person should use mosquito net to protect himself from mosquitoes while sleeping so that he cannot be bitten by mosquitoes.

 👍Distance from mosquitoes Malaria is mainly caused by mosquito bites, for this the person should stay away from the place to prevent mosquitoes from coming.

👍 Contact a doctor: If you see any of the above mentioned symptoms of a disease called malaria, then definitely consult your nearest doctor after one or two days because the symptoms of malaria appear only after five to seven days and then suddenly It attacks the body due to which the person suddenly becomes weak.


गठिया रोग

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मानव शरीर जो की 206 हड्डियों से मिलकर बना होता है जिसमें सभी हड्डियां एक दूसरे से जुड़ी होती है और जहां दो हड्डियां मिलती है उसे हम मेडिकल में जोड़ कहते हैं जोड़ का मतलब यह होता है कि दो हड्डियों का वह स्थान जहां दोनों हड्डियां एक दूसरे से मिलती है इसी प्रकार शरीर में सारी हड्डियां मिलती है और पूरा शरीर बनता है।

अब कभी-कभी उचित आहार नहीं मिलने की वजह से या किसी चोट की वजह से यह अन्य किसी कारण से इन जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है और यह अक्षर बुड्ढे लोगों में देखा गया कि उनकी जोड़ों में दर्द बना रहता है लेकिन आजकल के खान-पान और नशे की आदत से यह दर्द छोटी उम्र से ही शुरू हो जाता है जिसका परिणाम बहुत घातक होता है क्योंकि इतनी कम उम्र में जोड़ों में दर्द होना मतलब घर में रहना जो कि किसी बीमारी से कम नहीं है।

                 ✴️✴️गठिया रोग के कारण✴️✴️


जब हम चलते हैं या कोई अपने हाथों से कार्य करते हैं तो इन जोड़ों पर दबाव बढ़ता है तथा चलने या कार्य करने पर इन जोड़ों क्या आपस में रगड़ा होता है जो की कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन अधिकारी करने की वजह से यह रगड़ा कुछ ज्यादा हो जाता है जिसकी वजह से इन जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।

✴️और आजकल अक्सर यह देखा गया है कि जिनके परिवार में अगर कोई सदस्य जोड़ों का दर्द का शिकार है तो लाजमी है कि उसके घर में यह किसी और को भी होगा सबको तो नहीं होगा।

✴️अधिक वजन वालों में इसकी संभावना अधिक होती है क्योंकि शरीर के सभी जोड़े एक उचित वजन को ही संभाल पाते ज्यादा होने की वजह से इनमें दर्द शुरू हो जाता है।

✴️विटामिन C विटामिन D और कैल्शियम की कमी से

✴️उचित पोषण युक्त भोजन की कमी से

✴️फिजियोथेरेपी से

               ✴️✴️घटिया रोग के मुख्य लक्षण✴️✴️


✴️गठिया रोग होने पर शरीर में कई प्रकार के दर्द होते हैं जिनमें मुख्य दर्द जोड़ों का दर्द होता है जैसे हाथों के जोड़ों में पैरों के जोड़ों में पीठ में या और अन्य कई प्रकार के दर्द जिसे यह पता लगता है कि आप गठिया रोग के शिकार हुए हैं जैसे की

✴️शुरू शुरू में आपको अपने जड़ों के नजदीक हल्की सी सुजन महसूस होगी। लेकिन समय रहते ध्यान नहीं देने पर यह सूजन बढ़ती जाती है और साथ ही जोड़ों में दर्द की संभावना भी बढ़ती जाती है जो आगे जाकर जोड़ों का रोग होने की संभावना बढ़ा देती है

✴️अपने जोड़ो जैसे कलाई के पास या कंधे के पास या पैर में टकने के पास आपको आपकी त्वचा हल्की सी लाल दिखाई देगी। त्वचा लाल होना आम बात होती है लेकिन इसके पीछे कई कारण होते हैं अगर समय रहते ध्यान नहीं देने पर इनमें वर्दी देखी जाए तो यह समझ लेना चाहिए कि यह जोड़ों के दर्द की वजह से होने वाली लाल त्वचा दिखाई दे रही है।

✴️आपको सुबह उठते समय शरीर में जकड़न महसूस होगी। ऐसा महसूस होता है कि सारे शरीर को किसी ने जकड़ के रखा है उड़ते हैं तो पैरों में हाथों में दर्द होता है जो की गठिया रोग के मुख्य और प्रमुख कारण होता है या लक्षण होता है। 

✴️कभी-कारभारी अभी देखा गया कि इसमें पीट में भी दर्द की संभावना बढ़ जाती है पेट में दर्द होना आम बात होती है लेकिन हमेशा रहना यह गठिया रोग के लक्षण है।

✴️चलने में या किसी कार्य को करने में शरीर में दर्द महसूस होना

               ✴️✴️गठिया रोग के उपचार✴️✴️


आजकल मेडिकल क्षेत्र इतनी प्रगति कर चुका है कि वह किसी भी रोग को जड़ से खत्म कर सकता है लेकिन बढ़ते संसाधनों में आज भी यह देखा गया है की कई रोग कैसे होते हैं जिनका उपचार नामुमकिन सा होता है लेकिन उन्हें के समय रहते पहचान लिया जाए तो उन्हें खत्म किया जा सकता है और उसे नियंत्रित किया जा सकता है इसलिए यह देखा गया की घटिया रोग के प्रमुख उपचार तो नहीं है लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे जरूर है

✴️✴️शारीरिक गतिविधि और विभिन्न दवाइयां✴️✴️

जो लोग घटिया के रोग से शिकारी हैं वह इसे छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई को ग्रहण कर कर अपने दर्द को कम कर सकता है या अपने दिनचर्या में कुछ शारीरिक गतिविधियां शामिल कर सकता है जिसकी वजह से जोड़ों के दर्द को आराम मिल सकता है

फिजियोथेरेपी से आजकल कई लोग गठिया रोग के छुटकारा पाने के लिए फिजियोथैरेपी भी करवा रहे हैं जो की काफी असरदार होती है।

सर्जरी से आजकल लोगों के पास पैसे विश्व सुविधा होने की वजह से या समय की कमी होने की वजह से वह शारीरिक गतिविधियां नहीं कर सकते तो उनके लिए अंतिम ऑप्शन यही होता है कि वह अपने जोड़ों को की सर्जरी के माध्यम से गठिया जैसे रोगों से छुटकारा पा सकते हैं।

                   

                         🌟🌟🌟🌟🌟🌟

The human body is made up of 206 bones in which all the bones are connected to each other and the place where two bones meet is called a joint in medical terms. Joint means the place where two bones meet each other. Similarly, all the bones in the body come together and the entire body is formed.

 Now sometimes due to not getting proper diet or due to some injury or any other reason these joints start getting pain and it is seen in old people that pain in their joints persists but nowadays Due to eating habits and drug addiction, this pain starts from a young age, the result of which is very fatal because having joint pain at such a young age means staying at home, which is no less than a disease.

                ✴️✴️ causes of arthritis✴️✴️

 When we walk or do any work with our hands, the pressure on these joints increases and while walking or working, these joints rub against each other, which is important for working, but due to official work, this rubbing occurs. Anything goes too much due to which pain starts in these joints.

 ✴️And nowadays it is often seen that if any member of the family is suffering from joint pain then it is natural that someone else in his house will also suffer from it, though not everyone.

✴️ This is more likely to happen in overweight people because all the joints of the body are unable to support a proper weight and due to this, pain starts occurring in them.

✴️ Vitamin C due to deficiency of Vitamin D and Calcium

 ✴️Due to lack of proper nutritious food

     ✴️✴️Main symptoms of poor disease

 👍Due to arthritis, there are many types of pain in the body, the main pain of which is joint pain, such as in the joints of the hands, in the joints of the legs, in the back or many other types of pain which indicate that you are a victim of arthritis. are as if

 👍Initially you will feel a slight swelling near your roots. But if timely attention is not given, this swelling increases and the possibility of joint pain also increases, which increases the possibility of joint disease in the future.

 👍You may notice your skin turning slightly red near your joints, such as your wrist, shoulder, or ankle. It is common for the skin to be red, but there are many reasons behind it. If you do not pay attention in time, then it should be understood that the red skin is visible due to joint pain.

 👍You will feel stiffness in your body when you wake up in the morning. It feels as if someone has held the entire body tight. When you fly, you feel pain in your legs and hands, which is the main cause or symptom of arthritis.

 👍Sometimes it has been observed that the possibility of pain in the stomach also increases. It is common to have pain in the stomach but it is always there, it is a symptom of arthritis.

👍 Feeling pain in the body while walking or doing any work

         ✴️✴️treatment of arthritis✴️✴️

 ✴️Nowadays, the medical field has progressed so much that it can eradicate any disease from its roots, but with the increasing resources, even today it has been seen that there are many diseases whose treatment is almost impossible, but they can be identified in time. So they can be eliminated and controlled, hence it is seen that there is no major treatment for this disease but there are some home remedies.

 ✴️Physical activity and various medications

 ✴️People who are suffering from arthritis can reduce their pain by taking medicines prescribed by the doctor or can include some physical activities in their daily routine to get relief from joint pain. could

✴️ Nowadays, many people are getting physiotherapy done to get rid of arthritis, which is very effective.

 Nowadays people cannot do physical activities due to lack of money or lack of time, so the last option for them is to get rid of diseases like arthritis through surgery on their joints. Can get.


मधुमेह रोग के कारण और निवारण

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 मधुमेह रोग एक सदा रन रोग होता है और मधुमेह रोग होना कोई खास बात नहीं है लेकिन पहले यह उम्र दराज लोगों को होता तो लेकिन आजकल बढ़ाते खान-पान और अन्य गलत क्रियाकलापों की वजह से कम उम्र में ही लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं इसलिए यह गंभीर बीमारी है मधुमेह रोग अगर किसी को पूरे जीवन काल में एक बार हो जाता है तो फिर वह अंत तक बना रहता है यह बोल कि उनको समाप्त नहीं किया जा सकता बस इस पर नियंत्रण ही कर सकते हैं।

मधु मेरे को इसमें रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाने से ही मधुमेह रोग होता है और मधुमेह रोग होने का मुख्य कारण हम ऐसे से स्रावित होने वाले इंसुलिन हार्मोन की कमी के कारण होता है।

आज हम आपको इस ब्लॉक में यह बताएंगे कि आप मधुमेह रोग को कैसे पहचाने और फिर इस पर नियंत्रण कैसे बनाए रखें चलिए शुरू करते हैं :-

              

        👉👉👉   मधुमेह से प्रभावित अंग  👈👈👈

मधुमेह रोग एक ऐसा रोग है जो होता किसी दूसरे अंग के कार्य नहीं करने से लेकिन खामियाजा दूसरे अंगों को भुगतना पड़ता है जैसे कि इसमें अमाशय से द्वारा उचित इंसुलिन स्रावित नहीं करने की वजह से आमाशय में उपस्थित कोशिकाएं नष्ट हो जाती है जो की ब्लू में शुगर की मात्रा बढ़ा देती है और फिर लंबे समय तक खून में शुगर की मात्रा अधिक होने की वजह से यह मुख्य रूप से हृदय , आंखों को और किडनी को तथा तंत्रिका तंत्र आदि को बुरी तरह से प्रभावित करती है । यह मुख्य रूप से किडनी को ज्यादा नुकसान पहुंचता है जो की कुछ समय बाद अनियंत्रित हो जाने की वजह से व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

             

     ✴️✴️कितने प्रकार का मधुमेह रोग होता है✴️✴️

मधुमेह रोग के कोई विशेष प्रकार तो नहीं होते हैं लेकिन इसको मेडिकल लाइन में उम्र के हिसाब से दो भागों में तथा और किसी विशेष स्थिति में गर्भवती महिला को भी होने की वजह से इस मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है –

1 :- बच्चों और युवाओं आज के लिए देखा गया है कि खानपान की वजह से बच्चों के या युवाओं के अमाशय द्वारा इंसुलिन की उचित मात्रा के उत्पादन नहीं करने की वजह से उनमें भी डायबिटीज के लक्षण पाए जाते हैं।

2. बुड्ढे लोगों में अक्सर यह देखा गया है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे शरीर के अंग अपना कार्य धीरे करने लगते हैं उसी में एक अम्मा से जो इंसुलिन की मात्रा को कम स्रावित करता है जिसकी वजह से शरीर में शुगर के मात्रा बढ़ जाती है और मधुमेह रोग होने की संभावना लगभग बड़ी उम्र में बड़ी जाती है।

3. गर्भावस्था में अक्सर यह देखा गया कि जैसे ही महिला गर्भवती होती है तो उसके शरीर में कुछ हार्मोन तो अधिक लेकिन कुछ कम मात्रा में अपना कार्य करते हैं जिसमें मुख्य रूप से इंसुलिन की मात्रा कभी कबार घट जाती है जिसकी वजह से उसे मधुमेह रोग या डायबिटीज जैसी बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है जो की गर्भकालीन स्थिति में बहुत घातक होता है।

         

                          🔴     लक्षण    🔴


✴️ज्यादा पेशाब लगना

✴️शरीर में पानी की कमी या अधिक प्यास लगना 

✴️भूख कम लगना

✴️लगातार वजन का घटना 

✴️थोड़ी-थोड़ी देर बाद चक्कर आना 

✴️उल्टी , जी मचलनाआं

✴️खों की देखने की क्षमता कम होना 

✴️चोट लगने पर रक्त का थक्का देरी से बना 

✴️शरीर को जल्दी थकान आना 

✴️पेशाब का कलर चेंज होना

        डायबिटीज के प्रमुख कारण

मधुमेह या डायबिटीज के होने के कारण ही लगभग उपाय जैसे ही होते हैं जो कि नीचे प्रकार दिए गए हैं

✴️उम्र अधिक होने पर

✴️आनुवंशिकता से

 ✴️मोटापे के शिकार व्यक्ति को 

✴️कम शारीरिक क्रिया करने वाले को 

✴️अधिक ब्लड प्रेशर या रक्तचाप वाले को

 ✴️उच्च वसा युक्त भोजन के सेवन से

 ✴️ज्यादा तनाव की वजह से 

✴️आमाशय की कार्य करने की कम क्षमता से 

✴️अधिक धूम्रपान से 

✴️अधिक शराब के सेवन से

✴️अनियमित दिनचर्या से

💥💥डायबिटीज के मुख्य और प्रमुख बचाव के उपाय

अगर आपको डायबिटीज जैसी बीमारी होने जैसे लक्षण अपने शरीर में दिखाई देते हैं तो सबसे पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें और अपने खून की जांच करवाई जिसमें आपके शुगर की मात्रा बताई जाएगी फिर भी डायबिटीज के आप शिकारी हो जाते हैं तो निम्न उपाय से आप डायबिटीज या मएल मधुमेह रोग पर नियंत्रण पा सकते हैं।

✴️कम वसा युक्त भोजन का सेवन करना करना चाहिए

✴️कम कैलोरी वाले भोजन का सेवन करना चाहिए

✴️हरी सब्जी और ताजे फलों का नियमित रूप से सेवन करें

✴️नियमित रूप से शारीरिक क्रिया करें जैसा की चलना घूमना फिरना कसरत इत्यादि

✴️अच्छी नींद ले 

✴️धूम्रपान और शराब से उचित दूरी बनाए रखें 

✴️नियमित रूप से खून की जांच करवाते रहे

✴️तनाव को कम करें हमेशा खुश रहें

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Diabetes is a chronic disease and having diabetes is not a special thing, but earlier it used to happen to older people, but nowadays, due to increased eating habits and other wrong activities, people are getting affected by it at a young age. Therefore, this is a serious disease, diabetes, if someone gets it once in his entire life, then it persists till the end, it is said that it cannot be eliminated, only it can be controlled.

 Madhu Mere gets diabetes due to increase in the amount of sugar in the blood and the main reason for diabetes is the lack of insulin hormone secreted by us.

 Today in this block we will tell you how to identify diabetes and then how to control it. Let’s start: –

    ✴️✴️organs affected by diabetes✴️✴️

 Diabetes is a disease which occurs due to non-functioning of any other organ but other organs have to bear the brunt like in this, due to the stomach not secreting proper insulin, the cells present in the stomach get destroyed which are seen in blue. Increases the amount of sugar and then due to high amount of sugar in the blood for a long time, it mainly affects the heart, eyes, kidneys and nervous system etc. badly. It mainly causes severe damage to the kidneys, which can lead to death of the person if it goes uncontrolled after some time.

✴️✴️How many types of diabetes are there?

 There are no specific types of diabetes, but in the medical line, it is divided into two parts according to age and due to the special condition of pregnant women, it is mainly divided into three parts –

 1:- For children and youth, today it has been observed that due to their diet, the stomach of children or youth does not produce proper amount of insulin and hence symptoms of diabetes are also found in them.

 2. It is often seen in old people that as the age increases, the body parts start slowing down their work, due to which the mother secretes less amount of insulin due to which the sugar level in the body increases. The quantity increases and the chances of getting diabetes increases with increasing age.

 3. It is often seen during pregnancy that as soon as a woman becomes pregnant, some hormones in her body work in more quantity but some in less quantity, mainly the amount of insulin sometimes decreases due to which she gets diabetes. Or you may have to face diseases like diabetes, which is very fatal during pregnancy.

                    ✴️✴️✴️symptoms✴️✴️✴️


 👉excessive urination

👉lack of water in the body or excessive thirst

👉loss of appetite

 👉persistent weight loss

 👉feeling dizzy after some time

👉vomiting, nausea

👉loss of vision

👉Delayed formation of blood clot after injury

👉body gets tired quickly

👉urine color change

✴️✴️✴️Main causes of diabetes✴️✴️✴️

 The causes of diabetes are almost the same as the remedies which are given below.

👉when older

👉by heredity

👉obese person

👉low physical activity

👉those with high blood pressure

👉by consuming high-fat foods

due to too much stress

👉due to reduced capacity of the stomach to function

 👉from smoking more

👉due to excessive alcohol consumption

 with irregular routine

 ✴️Main and main prevention measures of diabetes

 If you see symptoms like diabetes in your body, then first of all contact your nearest doctor and get your blood tested in which your sugar level will be shown. Still, if you become a victim of diabetes, then you can help yourself with the following measures. Diabetes or MLA can be controlled.

Should consume low fat food

Should consume low calorie food

Consume green vegetables and fresh fruits regularly

Do regular physical activity like walking, exercising etc.

sleep well

keep getting blood tests done regularly

reduce stress always be happy


जंक और फ़ास्ट फ़ूड खाने के नुकसान

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 जंक फूड को दूसरा नाम फास्ट फूड भी होता है जिसमें उनका शामिल किया जाता है जो शरीर को हानि पहुंचाते हैं अर्थात उसमें अधिक मात्रा में वर्षा या अधिक मात्रा में नमक या अधिक मात्रा में चीनी होने की वजह से उसे शरीर में रासायनिक परिवर्तन करते हैं जिम उचित मात्रा में खनिज विटामिन तथा पोषक तत्व नहीं होने की वजह से उन्हें जंग या फास्ट फूड का जाता है।Junk food is also known as fast food in which it includes those which cause harm to the body i.e. due to the presence of excess salt or sugar in it, it causes chemical changes in the body. Due to lack of proper amount of minerals, vitamins and nutrients, they go to junk or fast food.

👉जंक या फ़ास्ट फ़ूड की वजह से शरीर को होने वाली       बीमारियां (Diseases caused to the body due to junk or fast food) :-

✴️1. मानसिक समस्या यह देखकर गया है कि और कई दिनों से पता चला है कि जो व्यक्ति अधिक मात्रा में जंग या फास्ट फूड का प्रयोग करते हैं उनमें कई तरह की मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में वर्षा कार्बोहाइड्रेट या कॉफिन की मात्रा होने की वजह से बच्चों में या बड़ों में यह घातक सिद्ध होता है साथ ही ज्यादा से उनसे व्यक्ति को डिप्रेशन भी हो सकता है।

✴️2. पिंपल्स की समस्या अधिक जंक व फास्ट फूड के सेवन से शरीर में तेल का स्तर बढ़ जाता है और बाहर की वजह से जब त्वचा के चित्र बंद हो जाते हैं तो वह तेल त्वचा के रोम में अच्छे ध्रुव से बाहर नहीं निकलने के कारण वह पिंपल्स के रूप में त्वचा पर उबर जाते हैं जिससे पिंपल की समस्या धीरे-धीरे बढ़ती जाती है इसलिए जंग में फास्ट फूड का सेवन कम करें।

✴️3. दांतों का कमजोर होना जंक फूड खाने से अक्सर यह देखा गया है कि बच्चों के दांतों में कमजोर जल्दी होते हैं जंक फूड फास्ट फूड जैसे चॉकलेट चिप्स या अधिक वर्षा युक्त भोजन या अधिक चीनी वाली चॉकलेट जो की बातों को कमजोर करती है।

4✴️. हार्ट अटैक की समस्या अक्सर यह देखा गया कि जो लोग बाहर का भजन या जंक फूड फास्ट फूड का सेवन नियमित रूप से करते हैं तो उनके शरीर में वर्षा की मात्रा अधिक हो जाती है जो की हृदय की नसों में धीरे-धीरे जमने लग जाता है जो धीरे-धीरे नसों को ब्लॉक कर देता है जिससे हृदय घाट या हार्ट अटैक की समस्या बढ़ जाती।

✴️5. रक्तचाप में  वृद्धि अधिक जंक फूड के सेवन से व्यक्ति के रक्तचाप में वृद्धि हो जाती है जिसकी वजह से उसका हृदय कमजोर हो जाता है और हर एक छोटी से छोटी टेंशन के लिए उसके शरीर में अजीब सी हलचल होने लगती।

✴️6. मोटापे का शिकार अक्सर यह देखा गया कि जो लोग एक स्तर से ज्यादा  फास्ट फूड का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो वह मोटापे कर शिकार हो जाते हैं और उनके शरीर में वसा या चर्बी का स्तर बढ़ जाता है जो आगे चलकर कई शारीरिक समस्याओं को जन्म देता है।

✴️7. स्किन संबधित समस्या जो लोग अधिक मात्रा में चुटकुले या फास्ट फूड का सेवन करते हैं उनमें अनेक प्रकार की त्वचा संबंधित बीमारियां होती है उन्हें हर एक छोटी-छोटी चीजों से त्वचा की एलर्जी होने लगती है तथा शरीर पर अजीब से छोटे-छोटे दाने हुए एक अजीब सी त्वचा पर खुजली रहती है जो की धीरे-धीरे घातक होती जाती।

✴️8. सांस लेने में तकलीफ जंग फूड या फास्ट फूड में अधिक वर्षा होने के कारण यह धीरे-धीरे शरीर की नसों में जम जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति मोटापे का शिकार होता है और फिर उसे सांस लेने में तकलीफ भी बढ़ती जाती है।

✴️9. लीवर की समस्या जंक फूड के सेवन से लिवर में ट्रांसपोर्ट अधिक जमा हो जाने के कारण लीवर की कार्य क्षमता कम हो जाती है तथा उसकी कार्य शैली में अजीबोगरीब परिवर्तन आ जाते हैं जिससे पूरा शरीर पर प्रभावित होता है।

✴️10. डायबिटीज का शिकार होना जंग फास्ट फूड में शुगर की मात्रा अधिक होने की वजह से जो बच्चे अधिक मात्रा में इसका सेवन करते हैं वह कम उम्र में ही डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं।

✴️11. सिर दर्द की समस्या :- लगातार जंक , फास्ट फूड के सेवन से व्यक्ति में कई प्रकार की शारीरिक समस्या होती है जिसमें मुख्य सिर में दर्द मुख्य हल्का-फुल्का बना रहता है।

👉👉Diseases caused to the body due to               junk or fast food

1. ✴️Mental problems: It has been observed for many days that people who consume junk or fast food in large quantities have to face many types of mental problems because they contain high amounts of carbohydrates or caffeine. Due to its quantity, it proves fatal in children or adults and in excess of it can also cause depression in the person.

 ✴️2. Problem of Pimples: Consuming too much junk and fast food increases the level of oil in the body and when the skin becomes clogged due to external factors, the oil does not come out of the skin follicles properly and it leads to pimples. Due to which the problem of pimples gradually increases, hence reduce the consumption of fast food during the period.


✴️3. Weakening of teeth by eating junk food: It is often seen that children’s teeth become weak quickly. Junk food, fast food like chocolate chips or food with high rainfall or chocolate with high sugar which weakens the teeth.

 4✴️. Problem of Heart Attack: It is often seen that people who consume outside food or junk food or fast food regularly, the amount of precipitation increases in their body which gradually starts accumulating in the veins of the heart. Which gradually blocks the veins, increasing the problem of heart failure or heart attack.

✴️5. Increase in blood pressure: Consuming too much junk food increases the blood pressure of a person due to which his heart becomes weak and for every small tension, strange movements start happening in his body.

✴️6. It is often seen that people who regularly consume more than one level of fast food become obese and the level of fat in their body increases, which later leads to many physical problems. gives rise.

✴️7. Skin related problems: People who consume too much of jokes or fast food have many types of skin related diseases. They start having skin allergies on every small thing and strange small rashes appear on the body. There is a strange itching sensation on the skin which gradually becomes fatal.

✴️8. Difficulty in breathing: Due to excessive consumption of junk food or fast food, it gradually gets accumulated in the veins of the body due to which the person becomes a victim of obesity and then his difficulty in breathing also increases.

✴️9. Liver problems: Due to excessive accumulation of transport in the liver due to consumption of junk food, the working capacity of the liver gets reduced and strange changes occur in its working style which affects the entire body.

✴️10. Becoming a victim of diabetes: Due to the high amount of sugar in fast food, children who consume it in large quantities become victims of diabetes at an early age.

✴️11. Problem of Headache:- Constant consumption of junk and fast food causes many types of physical problems in a person, in which the main headache remains mild to moderate.